वर्चस्व की लड़ाई। 2022

अमेरिका और चीन के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई क्या विश्व को तीसरे विश्व युद्ध तक ले जा रही है।

हाल ही में अमेरिका द्वारा अमेरिकी प्रतिनिधि नैंसी पेलोसी को ताईवान की यात्रा पर भेजा गया। अमेरिका द्वारा नैंसी के ताईवान यात्रा पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका को इसके विषय में धमकी भी दी गई थी। किंतु अमेरिका ने इसका ध्यान ना रखते हुए छल पूर्वक नैंसी की ताईवान यात्रा संपन्न करवाई, एवम् वापसी के दौरान भी उनके वापस आने के रास्ते को परिवर्तित करते हुए दक्षिण कोरिया की राजधानी सिओल में लैंडिंग करवाई गई। 
इसी बीच चीन द्वारा भले ही अमेरिका को प्रतिक्रिया ना दी गई हो, किंतु संभव है की वह ताईवान, जिसने अमेरिका को अपने यहां आने का निमंत्रण दिया, सज़ा के तौर पर उसके खिलाफ कोई कार्यवाही करे।
चीन द्वारा ताईवान के साथ के सभी एयर ट्रैफिक्स को कंट्रोल करना, लगभग 2 हजार से अधिक खाद्य पदार्थों जो की चीन द्वारा भेजे जाते रहें हैं, को बैन करना, ताईवान के आस पास उड़ती एयरलाइंस को आगाह करना जैसी हरकतें चीन द्वारा ताईवान पर हमला किए जाने की ओर इशारा करती हैं।
 यदि ऐसा होता है, तो अमेरिका जो की केवल अपने वर्चस्व को कायम रखने और विश्व में अपने हथियारों को बेचने की होड़ में लगा रहता है। इससे उसका कोई नुकसान फिलहाल भले ही ना हो। किंतु ताईवान के लिए यह नुकसानदेह होगा।
 वर्चस्व एवम् अस्तित्व के लिए लगी इस होड़ में परिणाम क्या निकलेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। किंतु इन सबके बीच रुख कहीं तृतीय विश्व युद्ध की स्थिति ना उत्पन्न कर दे।
रूस और यूक्रेन का युद्ध अब तक किसी परिणामी स्थिति तक नहीं पहुंच पाया, जिसकी वजह से आज विश्व को मंहगाई का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में यदि चीन द्वारा ताईवान पर हमला किया जाता है, तो इसकी वजह से संभव है की अन्य देश भी इसमें शामिल हों। 
और अगर अन्य देश शामिल नहीं भी होते, तब भी अन्य देशों जिनमें एक दूसरे के साथ भूमि विवाद चल रहे हैं, उनमें भी युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो।

इन सबमें भारत का पक्ष देखने लायक होगा। क्योंकि एक तरफ जहां चीन विवादित POK से होते हुए चाइना इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण कर रहा है। वहीं जब बात चीन की वन नेशन पॉलिसी की होगी, तब भारत का पक्ष क्या होगा।
फिलहाल तो चीन और अमेरिका की इस लड़ाई में ताईवान पर क्या असर पड़ेगा, और उसकी वजह से विश्व में किस प्रकार की स्थिति उत्पन्न होगी, यह आने वाला समय ही बताएगा|

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