(जय जवान जय किसान लालबहादुर शास्त्री एवम् जय विज्ञान अटल बिहारी द्वारा दिया गया था।)
प्रधानमंत्री द्वारा आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर लिए पांच संकल्प।
1. अब देश विकसित भारत जैसे बड़े संकल्प लेकर चले।
2. हमने सैकड़ों वर्षों से जो अपने मन में गुलामी की जंजीर बांध रखी है उसे अब समाप्त करने का संकल्प।
3. एक भारत श्रेष्ठ भारत जैसे स्वप्न के लिए सभी में एकता और एकजुटता का संकल्प।
4. हमें अपनी विरासतों जिनकी वजह से भारत को स्वर्णिम काल मिला, पर गर्व करना चाहिए और इसके सम्मान का प्रण लेना चाहिए।
5. देश के प्रत्येक नागरिकों द्वारा कर्तव्यों के निर्वहन का संकल्प।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने नारी के सम्मान में बात करते हुए कहा कि हम सभी के अंदर ऐसी विकृति है जिससे हमारी बोल- चाल में, हमारे व्यवहार में, हमारे शब्दों में हम नारी का अपमान करते हैं, हमें स्वभाव, संस्कार व रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करती हर बात से मुक्ति का संकल्प लेना चाहिए।
भाषण से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें:-
1. भ्रष्टाचार और परिवारवाद, भाईभतिजवाद के खिलाफ जागरूकता की बात की।
2. भाषा के बंधन से प्रतिभा को मुक्ति दिलाने की बात कही गई।
3. जय अनुसंधान का नारा देते हुए देश के वैज्ञानिकों को सम्मान देने की बात कही गई।
4. संयुक्त परिवार को देश की बड़ी विरासत का दर्जा दिया गया।
5. उन महापुरूषों को याद किया गया जिन्होंने देश की आज़ादी में महत्वपूर्ण योगदान दिए किंतु उन्हें इतिहास में जगह नहीं मिली या उन्हें भुला दिया गया।
6. भारत के प्रति प्रेम के कारण 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस को देशवासियों द्वारा खुशी खुशी दर्द सहने की बात कही।
7. इन 75 वर्षों में ऐसा कई बार हुआ जब दुनिया के बड़े देशों द्वारा हमें तोड़ने, डराने का प्रयास किया गया। किंतु तब भी भारत हमेशा ही आगे बढ़ता गया, और आज अपने सतत प्रयासों की वजह से इस मुकाम तक आया।
8. मोदी जी द्वारा बच्चो के विदेशी खिलौनों से ना खेलने की बात कहते हुए स्वदेशी खिलौनों को बढ़ावा देने की बात कही गई।
9. सेना के जवानों, सेनानायकों को सलाम किया गया।
10. भारत के लोकतंत्र को "Mother of democracy" (लोकतंत्र की जननी) कहा गया।
इसके साथ ही आज़ादी के अमृत महोत्सव की रूस, अमेरिका, चीन, समेत कई देशों द्वारा बधाई दी गई।।
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